जबलपुर। रेलवे स्टेशन पर रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने सहायक लोको पायलट की वर्दी में घूम रहे एक युवक को गिरफ्तार किया। आरोपी का नाम देव शर्मा (20) है और वह वीर सावरकर वार्ड का निवासी है। आरपीएफ के अनुसार, देव शर्मा आईटीआई का छात्र है और उसे इंजन चलाने का शौक था।
युवक के पास लोको पायलट के लिए इस्तेमाल होने वाले फाग डिवाइस, वॉकी-टॉकी और लाल-हरी झंडी बरामद हुई। प्रारंभिक जांच में पता चला कि आरोपी ये सभी उपकरण मुख्य स्टेशन स्थित लोको पायलट लॉबी से इश्यू करवाता था।
शंटिंग में लगे एक पायलट से बातचीत के दौरान तकनीकी जानकारी में कमी देख शटर पायलट को शक हुआ। विभागीय सवाल पूछे जाने पर देव शर्मा घबरा गया और सही जवाब नहीं दे सका। इसके बाद आरपीएफ को सूचना दी गई और युवक को गिरफ्तार किया गया।
आरपीएफ पूछताछ में देव शर्मा ने स्वीकार किया कि वह कई दिनों से सहायक लोको पायलट की ड्रेस पहनकर स्टेशन आता था। उसे लोको प्वाइंटमैन से यह जानकारी मिली थी कि लॉबी से उपकरण इश्यू किए जा सकते हैं। वह दिन में उपकरण लेता और शाम को वापस जमा कर देता था।
यह घटना रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। लोको पायलट लॉबी में उपकरण जारी करने की जिम्मेदारी एक निजी कंपनी की दो महिला कर्मचारियों को दी गई थी। आरोप है कि उन्होंने उपकरण जारी करते समय किसी का पहचान पत्र नहीं देखा और केवल यूनिफॉर्म देखकर उपकरण दे दिया।
पोस्ट प्रभारी राजीव खरब ने पुष्टि की कि सहायक लोको पायलट की वर्दी में संदिग्ध युवक को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि मामले में विस्तृत पूछताछ जारी है और यह भी जांच की जा रही है कि कोई अन्य व्यक्ति इस फर्जीवाड़े में शामिल तो नहीं था।