जबलपुर। गोसलपुर क्षेत्र में शासकीय उचित मूल्य की दुकान के संचालन को लेकर महिला स्व-सहायता समूह में बड़ा विवाद सामने आया है। अध्यक्ष और सचिव अपने-अपने परिजनों के साथ आमने-सामने आ गए, जिसके बाद जमकर मारपीट हुई।
दो साल से मिलकर चला रहे थे दुकान
शासन के निर्देश पर कछपुरा गांव में करीब दो साल पहले शासकीय उचित मूल्य की दुकान खोली गई थी। दुकान का संचालन अध्यक्ष अर्चना पटेल और सचिव पूजा पटेल सहित समूह की महिला सदस्य संयुक्त रूप से कर रही थीं।
अध्यक्ष का आरोप है कि दुकान से होने वाला लाभ सचिव अपने पास रख लेती थीं और सवाल करने पर पति व बेटे को आगे कर देती थीं। इसको लेकर अध्यक्ष ने सिहोरा एसडीएम से शिकायत भी की थी।
अप्रैल–मई में भी भड़का था विवाद
अप्रैल–मई में जब अध्यक्ष ने आय और बिक्री का हिसाब मांगा, तो सचिव ने टालमटोल की। शिकायत पर एसडीएम ने दोनों को समझाइश दी थी और साथ मिलकर काम करने की बात तय हुई थी, लेकिन विवाद पूरी तरह शांत नहीं हुआ।
जांच में सामने आया एकाधिकार
एसडीएम की जांच में यह भी सामने आया कि सचिव ने पति और बेटे के साथ मिलकर दुकान पर एकाधिकार कर रखा था। इसके बाद दुकान की बागडोर अध्यक्ष को सौंप दी गई, जिससे तनाव और बढ़ गया।
तौल-कांटा बना झगड़े की वजह
विवाद की एक बड़ी वजह तौल-कांटा भी बताया जा रहा है। अध्यक्ष का आरोप है कि बागडोर मिलने के बाद सचिव ने तौल-कांटा घर पर रख लिया, मांगने पर फिर विवाद खड़ा हो गया।
दुकान पहुंचकर हुआ बवाल
घटना के दिन अध्यक्ष दुकान चला रही थीं, तभी सचिव पूजा पटेल पति युद्धवीर पटेल, प्रांशु पटेल और रुक्मिणी पटेल के साथ पहुंचीं और विवाद शुरू हो गया। देखते ही देखते दोनों पक्षों के परिजन भी मौके पर पहुंच गए और मारपीट शुरू हो गई। आरोप है कि युद्धवीर पटेल के हमले से अध्यक्ष अर्चना पटेल के चेहरे पर गंभीर चोट आई है।
पुलिस ने शुरू की जांच
मारपीट के बाद स्थानीय लोगों ने दोनों पक्षों को अलग कराया। गोसलपुर थाना पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है