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हनी ट्रैप गैंग का पर्दाफाश,मास्टरमाइंड एक युवती

 


जबलपुर। जबलपुर पुलिस ने एक हनी ट्रैप गैंग का पर्दाफाश किया है, जिसकी मास्टरमाइंड नरसिंहपुर जिले के करेली की एक युवती है। यह गैंग इंस्टाग्राम पर युवकों से दोस्ती कर उन्हें फंसाता और बाद में ब्लैकमेल कर रुपए ऐंठता था। दो पीड़ितों की शिकायत पर लार्डगंज थाना पुलिस ने युवती समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले में दो पुलिस आरक्षकों की संदिग्ध भूमिका सामने आने के बाद उन्हें लाइन अटैच कर दिया गया है।

जबलपुर पुलिस ने शताब्दीपुरम में सक्रिय एक हनी ट्रैप गैंग का पर्दाफाश किया है। इस गैंग की मास्टरमाइंड एक युवती है, जो इंस्टाग्राम पर युवकों से दोस्ती कर उन्हें झांसे में लेती और फिर अपने साथियों के साथ मिलकर ब्लैकमेलिंग करती थी। 

पुलिस ने इस मामले में युवती, साहिल और विवेक को गिरफ्तार किया है। वहीं दो पुलिस आरक्षकों सचिन जैन और सिद्धार्थ की संदिग्ध भूमिका सामने आने के बाद उन्हें लाइन अटैच कर दिया गया है। मामला तब सामने आया जब बेलखेड़ा निवासी दो युवक इंस्टाग्राम पर 'रागिनी शर्मा' नाम की लड़की के संपर्क में आए। कुछ दिनों की बातचीत के बाद लड़की ने युवकों को जबलपुर बुलाया। युवक अपने रिश्ते के भाई के साथ विजय नगर पहुंचे, जहां मुलाकात के बाद युवती उन्हें शताब्दीपुरम स्थित एक किराए के कमरे में ले गई। जैसे ही युवक का भाई सामान लेने बाहर गया, युवती ने अपने दो साथियों- साहिल बर्मन और विवेक तिवारी को बुला लिया। दोनों आरोपियों ने पहुंचते ही युवक के साथ मारपीट की, उसका वीडियो बनाया और धमकी दी कि "एक लाख रुपए दो वरना वीडियो वायरल कर देंगे" और रेप केस में फंसा देंगे। इसी बीच युवक का भाई लौटा तो उसे भी धमकाया गया। 

जैसे ही परिजनों ने पैसे देने से इनकार किया, युवती और उसके साथी आक्रामक हो गए। उन्होंने यादव कॉलोनी चौकी के दो आरक्षकों को फोन किया। सिर्फ 5 मिनट में दोनों मौके पर पहुंच गए, जबकि सामान्यतः चौकी पुलिस को 1015 मिनट लगते हैं। पीड़ितों का दावा है कि दोनों आरक्षक ने भी उन्हें जेल भेजने की धमकी दी। चौकी में काफी देर तक हंगामा होता रहा, जिससे पुलिस की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। पीड़ित के परिवार ने घटना की जानकारी सीधे एसपी संपत उपाध्याय को दी।

एसपी ने तुरंत सीएसपी कोतवाली रितेश कुमार शिव को जांच का आदेश दिया। जब जांच शुरू हुई तो चौंकाने वाली बातें सामने आईं- आरक्षकों ने घटना की सही जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को नहीं दी। महिला शिकायत के बावजूद वे बिना महिला पुलिसकर्मी के मौके पर पहुंचे। कॉल आने के 5 मिनट में पहुंच जाना भी शक को मजबूत करता है। इन बिंदुओं के आधार पर दोनों आरक्षकों को तत्काल लाइन अटैच कर दिया गया। उनकी संलिप्तता सिद्ध होने पर निलंबन निश्चित माना जा रहा है। आरोपी युवती नरसिंहपुर जिले के करेली की रहने वाली है और पिछले तीन महीनों से जबलपुर के शताब्दीपुरम में किराए पर रह रही थी। युवती इंस्टाग्राम पर फेक आईडी बनाकर युवकों से दोस्ती करती। मुलाकात के नाम पर उन्हें बुलाती। उसके बाद गैंग के दो सदस्य आकर ब्लैकमेलिंग शुरू कर देते।

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