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दंपत्ति को डिजिटल अरेस्ट होने से एसपी ने बचाया, एएसपी क्राइम और साइबर सेल के प्रयास से बची ठगी


जबलपुर।  साइबर फ्रॉड लगातार बढ़ती जा रही है, कुछ ही दिन पहले एटीएस अधिकारी बनकर एक ठग ने वृद्ध के साथ लाखों की धोखाधड़ी की थी, इसके बाद एक और मामला मंगलवार को भी सामने आया, लेकिन इस बार एसपी संपत उपाध्याय पहले से ही अलर्ट हो गई साथ ही दंपति ने भी इसकी जानकारी एसपी श्री उपाध्याय को दे दी थी, जिसके बाद एसपी के निर्देश पर एएसपी क्राइम और साइबर टीम ने दंपति से संपर्क किया और फिर पुलिस ने अपने हिसाब से ठग की क्लास लेकर इस ठगी को रोका। दंपति ने एसपी और उनके अधिकारियों का आभार व्यक्त किया है।


साइबर सेल को मंगलवार सुबह सूचना मिली कि एक दंपति को डिजिटल अरेस्ट करने के लिए लगातार धमकी मिल रही है, ठग उन्हें धमकाकर लाखों रुपए हड़पना चाहता है। सूचना पर एसपी संपत उपाध्याय के निर्देश पर एएसपी क्राइम जितेन्द्र सिंह और साइवर  सेल के उप निरीक्षक नीरज सिंह नेगी को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। जिसके बाद उन्होंने दंपति से संपर्क किया, पीड़ित दंपति ने बताया कि 6 दिसंबर की सुबह लगभग 8 बजे फोन आया, जिसमें फोन करने वाले ने खुद को एटीएस अधिकारी बताकर कहा कि आपके आतंकी अफजल खान से संबंध है। आपके नाम की सिम का उपयोग कर देश की गोपनीय जानकारी बाहर भेजने में हुआ है। कॉलर ने एक एप डाउनलोड करवाकर वीडियो कॉल पर निगरानी में रखा और धमकी दी कि यदि गलत जानकारी दी तो दोनों को जेल भी हो सकती है। साथ ही किसी को बताया तो उन्हें आतंकियों से खतरा हो सकता है।


ठग ने दंपति से उनके परिवार के सदस्यों की जानकारी, आधार नंबर, मोबाइल नंबर और बैंक खातें, एफडी और म्यूचुअल फंड से संबंधित जानकारी मांगी। इसके बाद कहा कि आपके खाते में 70 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग से 70 लाख रुपए कमीशन के रुप में आए हैं, कॉलर ने उन्हें बैंक जाकर आरटीजीएस के माध्यम से राशि ट्रांसफर करने, एफडी तुड़वाने और 10 लाख स्थानांतरित करने के लिए दबाव डाला। एएसपी अपयच नितेन्द्र सिंह ने दंपति को दिलासा दी और फिर कार्रवाई करते हुए आरोपी ठग को जमकर फटकार लगाई, जिसके बाद दंपति ने राहत की सांस ली और उनका आर्थिक नुकसान होने से बचा। वहीं ठगी करने वाले आरोपियों के नेटवर्क की भी जांच शुरू कर दी है।


एसपी ने की अपील


एसपी संपत उपाध्याय द्वारा संस्कारधानीवासियों से अपील की है कि किसी भी व्यक्ति द्वारा फोन या व्हाट्सएप कॉल पर की जाने वाली संदिग्ध पूछताछ या धमकियों पर विश्वास न करें, अपनी बैंक या व्यक्तिगत जानकारी किसी के साथ साझा न करें। यदि इस प्रकार की कोई संदिग्ध कॉल या ऑनलाइन धोखाधड़ी, सायबर ठगी की जानकारी मिले तो तत्काल साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या नजदीकी पुलिस थाने में सूचना दें।



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