https://youtube.com/shorts/olNbNbpmay0?feature=share
कलेक्ट्रेट कार्यालय में लोकायुक्त पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सहायक पेंशन अधिकारी सचिन झा को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। आरोपी अधिकारी सेवानिवृत्त कर्मचारी की पत्नी का नाम पेंशन नॉमिनी में जोड़ने के बदले रिश्वत मांग रहा था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में लैब टेक्नीशियन पद से सेवानिवृत्त किशोर झारिया ने शिकायत की थी कि उनकी पहली पत्नी का निधन हो चुका है और वे दूसरी पत्नी का नाम पेंशन नॉमिनी में शामिल करवाना चाहते थे। इस संबंध में उन्होंने संभागीय पेंशन कार्यालय में तैनात सहायक पेंशन अधिकारी सचिन झा से संपर्क किया।
आरोप है कि सहायक पेंशन अधिकारी ने प्रक्रिया आगे बढ़ाने के बदले ₹10,000 की मांग की। पीड़ित द्वारा लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराने पर फंदा बिछाया गया। शिकायतकर्ता तय समय पर कलेक्ट्रेट पहुंचा और जैसे ही उसने रिश्वत की राशि दी, वहां पहले से मौजूद लोकायुक्त टीम ने सहायक पेंशन अधिकारी को रंगे हाथ पकड़ लिया।
इस कार्रवाई का नेतृत्व लोकायुक्त डीएसपी सुरेखा परमार ने किया। टीम ने आरोपी से बरामद रिश्वत की रकम जब्त कर उसे हिरासत में लिया।
घटना के बाद कलेक्ट्रेट परिसर में हड़कंप मच गया। लोकायुक्त पुलिस आगे की कानूनी कार्यवाही में जुटी हुई है।
शहरवासियों ने इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार के खिलाफ ऐसे कड़े कदम जरूरी हैं ताकि आम जनता को न्याय मिल सके।