जबलपुर। बहुचर्चित कृषि उपज मंडी लूटकांड का पर्दाफाश अनाज व्यापारी के मुनीम विजय साहू से 19 लाख रुपए लूटने वाले दोनों आरोपियों को पुलिस ने 20 नवम्बर की सुबह गिरफ्तार कर लिया। चौंकाने वाली बात यह है कि वारदात को अंजाम देने वाले दोनों आरोपी कोई पेशेवर अपराधी नहीं बल्कि आपस में सगे भाई हैं, जिन्होंने आर्थिक संकट के चलते लूट की योजना बनाई थी।

पुलिस ने मंडी और आसपास के क्षेत्र के कई सीसीटीवी फुटेज खंगाले। फुटेज की मदद से पता चला कि वारदात को अंजाम देने वाले दोनों युवक मंडी क्षेत्र में पहले भी अक्सर देखे जाते रहे हैं। उनका व्यवहार पेशेवर अपराधियों जैसा नहीं था, जिससे पुलिस का संदेह गहरा गया। एसपी सम्पत उपाध्याय ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए 14 टीमें गठित की थी ।

फुटेज के आधार पर पहचान करते हुए पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया और पूछताछ में उन्होंने अपराध कबूल कर लिया।

पूछताछ में सामने आया कि दोनों भाई करीब छह साल पहले सीधी जिले से जबलपुर आए थे। हाल ही में उन्होंने अपना छोटा कारोबार शुरू किया था, लेकिन लगातार घाटा लगने के कारण उनका व्यवसाय डूब गया।
इसके साथ ही मकान का भारी लोन ,पिता की बीमारी और दवाइयों का खर्च,परिवार की आर्थिक स्थिति में लगातार गिरावट

इन सब कारणों से दोनों मानसिक और आर्थिक दबाव में थे। इसी वजह से उन्होंने पैसों की व्यवस्था के लिए लूट की योजना बनाई।

व्यापारिक कामों के सिलसिले में दोनों भाई अक्सर कृषि उपज मंडी आते-जाते थे। उन्हें पता था कि अनाज व्यापारियों के यहां अक्सर लाखों रुपए का कैश लेन-देन होता है।


बुधवार को जैसे ही उन्हें सूचना मिली कि मुनीम विजय साहू बैंक से बड़ी रकम निकालकर वापस आ रहा है, दोनों ने उसका पीछा किया और मौका मिलते ही हमला कर बैग लूटकर फरार हो गए। अभी दोनों आरोपियों के नामों को आधिकारिक रूप से जारी नहीं किया गया है। दोनों आरोपी ग्रीन सिटी के रहने वाले है।