बढ़ती ठंड, शीतलहर और कोहरे को ध्यान में रखते हुए मध्य प्रदेश व हरियाणा के स्कूलों के समय में बदलाव कर दिया गया है। अब राज्य के सभी सरकारी और निजी स्कूल नई टाइमिंग के साथ संचालित होंगे, ताकि छात्रों को सुबह की ठंड से परेशानी न हो।
मध्य प्रदेश के स्कूली छात्रों के लिए राहत भरी खबर है। लगातार बदलते मौसम और कोहरे शीतलहर को देखते हुए मध्य प्रदेश के कई जिलों के स्कूलों का समय बदल दिया गया है। इसके अलावा हरियाणा में भी ठंड के कारण स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है। यह आदेश 15 नवंबर से 15 फरवरी तक लागू रहेगा।माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और मौलिक शिक्षा अधिकारियों एवं खंड शिक्षा अधिकारियों और खंड मौलिक शिक्षा अधिकारियों तथा विद्यालय प्राचार्यों को निर्देश जारी कर दिया है।
मध्य प्रदेश के इन जिलों में स्कूलों का समय बदला

- रीवा में अब स्कूल 9 बजे से खुलेंगे। कलेक्टर प्रतिभा पाल ने कक्षा नर्सरी से कक्षा 8वीं तक की सभी पाठशालाओं का संचालन प्रातः 09 बजे से किए जाने के आदेश दिए है। सरकारी व निजी स्कूल संचालकों, प्राचार्यों को जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से इस पर पालन करने को कहा गया है। कलेक्टर द्वारा जारी आदेश जिलेभर में लागू होगा।
- अनुपपूर कलेक्टर हर्षल पंचोली के निर्देश के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने आदेश जारी करते हुए सभी स्कूलों को सुबह 9:30 बजे से संचालित करने के निर्देश दिए हैं। जिसमें कहा गया है कि प्रथम पाली के सभी विद्यालयों का समय सुबह 9:30 बजे कर दिया है।यह आदेश सभी शासकीय, अशासकीय विद्यालयों, सीबीएसई, आईसीएसई और नवोदय विद्यालयों पर लागू होता है।
- देवास कलेक्टर ऋतुराज सिंह ने स्कूलों का समय बदल दिया है। अब जिले के सभी नर्सरी से लेकर कक्षा 12वीं तक के स्कूल सुबह 10 बजे से पहले नहीं खुलेंगे। यह आदेश तुरंत प्रभाव से लागू कर दिया गया है।
हरियाणा में भी स्कूलों का समय बदला
हरियाणा में एकल पाली वाले सभी स्कूल 15 नवंबर से सुबह साढ़े नौ बजे खुलेंगे और दोपहर बाद साढ़े तीन बजे छुट्टी होगी।दोहरी शिफ्ट वाले स्कूल सुबह सात बजकर 55 मिनट से शाम पांच बजकर 15 मिनट तक लगेंगे। पहली शिफ्ट सुबह सात बजकर 55 मिनट से दोपहर साढ़े 12 बजे तक चलेगी, जबकि दूसरी शिफ्ट दोपहर 12 बजकर 40 मिनट से शाम पांच बजकर 15 मिनट तक होगी।आमतौर पर राज्य के स्कूलों के समय में बदलाव 1 दिसंबर से किया जाता है, लेकिन इस बार नवंबर महीने में ही ठंड बढ़ने की आशंका को देखते हुए यह निर्णय पहले ही लागू करने का फैसला लिया गया है।